December 17, 2013, अध्ययन

उत्पत्ति 49: 2-10

49:2 एक साथ इकट्ठा करो और सुनो, हे याकूब के पुत्रों!. इज़राइल को सुनें, आपके पिता.

49:3 रूबेन, मेरा जेठा, आप मेरी ताकत हैं और मेरे दुख की शुरुआत हैं: पहले उपहार में, अधिकार में बड़ा.

49:4 तुम पानी की तरह बहाए जा रहे हो, क्या तुम नहीं बढ़ सकते. क्योंकि तू अपने पिता की खाट पर चढ़ा, और तू ने उसके विश्रामस्थान को अशुद्ध किया है.

49:5 भाई शिमोन और लेवी: युद्ध छेड़ने वाले अधर्म के पोत.

49:6 मेरी आत्मा को उनकी सलाह के अनुसार मत जाने दो, और न मेरी महिमा उनके साम्हने हो. क्योंकि उन्होंने क्रोध में आकर एक मनुष्य को मार डाला, और अपनी ही इच्छा से उन्होंने एक शहरपनाह को तोड़ डाला.

49:7 शापित हो उनका प्रकोप, क्योंकि यह जिद्दी था, और उनका आक्रोश, क्योंकि यह कठोर था. मैं उन्हें याकूब में बांट दूंगा, और मैं उन्हें इस्राएल में तितर बितर करूंगा.

49:8 यहूदा, तुम्हारे भाई तुम्हारी प्रशंसा करेंगे. तेरा हाथ तेरे शत्रुओं की गर्दन पर होगा; तेरे पिता के पुत्र तेरा आदर करेंगे.

49:9 यहूदा सिंह का बच्चा है. तुम शिकार पर चढ़ गए हो, मेरा बेटा. आराम करते हुए, तुम सिंह के समान पड़े हो. और बिल्कुल शेरनी की तरह, जो उसे जगाएगा?

49:10 यहूदा से राजदण्ड और उसकी जाँघ से प्रधान अलग नहीं किया जाएगा, जब तक भेजा जाने वाला न आ जाए, और वह अन्यजातियों की आशा होगा.


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